किसानों के लिए गन्ना विभाग की सूचना पर्ची खराब होने का कारण सामने आया

उत्तर प्रदेश के गन्ना विभाग ने अधिकारी प्रभु एन. सिंह के नेतृत्व में 2023-24 सीजन के लिए महत्वपूर्ण अपडेट जारी किए हैं। नए नियमों के अनुसार, अब किसानों को उनके पंजीकृत मोबाइल नंबर पर एसएमएस के माध्यम से ही गन्ना पर्चियां मिलेंगी। सुचारू संचालन सुनिश्चित करने के लिए, मोबाइल नंबर पंजीकरण अनिवार्य कर दिया गया है। जिन किसानों ने अभी तक अपने मोबाइल नंबर पंजीकृत या अपडेट नहीं किए हैं, उन्हें अपनी पर्चियों के वितरण में व्यवधान से बचने के लिए तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।

गन्ना पर्चियों के लिए एसएमएस वितरण में चुनौतियाँ

अपंजीकृत या गलत मोबाइल नंबर

जिन किसानों ने गन्ना विभाग में अपने नंबर पंजीकृत नहीं किए हैं, उन्हें एसएमएस अपडेट प्राप्त नहीं होंगे।
गलत या पुराने मोबाइल नंबर भी पर्चियों के सफल वितरण में बाधा डालते हैं।

तकनीकी समस्याओं के कारण एसएमएस विफलताएँ

लगभग 10% एसएमएस प्रतिदिन निम्न समस्याओं के कारण विफल होते हैं:

  • किसानों के मोबाइल फोन पर इनबॉक्स फुल होना।
  • लंबे समय तक (24 घंटे से अधिक) फोन बंद रहना।
  • डू नॉट डिस्टर्ब (DND) सेटिंग का सक्रिय होना।

एसएमएस अधिसूचना प्राप्त करने के लिए दिशा-निर्देश

एसएमएस के माध्यम से गन्ना पर्चियों की समय पर डिलीवरी सुनिश्चित करने के लिए, किसानों को चाहिए:

  • अपने फोन को चालू रखें और नेटवर्क कवरेज क्षेत्र में रखें।
  • आने वाले संदेशों के लिए पर्याप्त स्थान सुनिश्चित करने के लिए अपने एसएमएस इनबॉक्स को साफ़ करें।
  • एसएमएस अधिसूचनाओं की अनुमति देने के लिए डीएनडी सेवाओं को निष्क्रिय करें।
  • इन दिशा-निर्देशों का पालन करने से, किसानों को समय पर उनकी पर्चियाँ प्राप्त होंगी, जिससे वे बिना देरी के मिलों को ताज़ा गन्ना पहुँचा सकेंगे। यह कदम यह भी सुनिश्चित करता है कि मिलों को ताज़ा गन्ना मिले, जिससे सूखने के कारण होने वाले नुकसान को कम किया जा सके।

ई-गन्ना ऐप के माध्यम से मोबाइल नंबर कैसे रजिस्टर या अपडेट करें

किसान निम्नलिखित चरणों का उपयोग करके ई-गन्ना ऐप के माध्यम से अपने मोबाइल नंबर रजिस्टर या अपडेट कर सकते हैं:

  • ऐप डाउनलोड करें: Google Play Store पर जाएँ और ई-गन्ना ऐप डाउनलोड करें।
  • भाषा चुनें: ऐप खोलने के बाद अपनी पसंदीदा भाषा चुनें।
  • किसान विवरण पंजीकृत करें: “किसान पंजीकृत करें” पर क्लिक करें और अपना जिला, चीनी मिल और गाँव चुनें।
    अपने विवरण को सत्यापित करने के लिए अपना और अपने पिता का नाम पुष्टि करें।
  • मोबाइल नंबर अपडेट करें: ऊपरी बाएँ कोने में तीन बिंदुओं पर क्लिक करें और “फ़ोन नंबर बदलें” चुनें।
    अपना खाता नंबर और नया मोबाइल नंबर दर्ज करें, फिर सबमिट करें।
    अपने नए नंबर पर भेजे गए OTP का उपयोग करके नंबर को सत्यापित करें।
    अपडेट किया गया नंबर 24 घंटे के भीतर पंजीकृत हो जाएगा।
  • ऑफ़लाइन विकल्प: किसान अपने गन्ना कैलेंडर और अपने आधार कार्ड की एक फोटोकॉपी के साथ अपने गन्ना पर्यवेक्षक से संपर्क करके भी अपना नंबर अपडेट कर सकते हैं।
    वैकल्पिक रूप से, वे सहायता के लिए उन्हीं दस्तावेजों के साथ गन्ना सोसायटी कार्यालय जा सकते हैं।

मोबाइल नंबर पंजीकरण क्यों महत्वपूर्ण है

निम्नलिखित कारणों से मोबाइल नंबर पंजीकरण किसानों के लिए महत्वपूर्ण हो गया है:

एसएमएस-आधारित गन्ना पर्चियाँ

किसानों को एसएमएस के माध्यम से उनकी गन्ना पर्चियाँ प्राप्त होती हैं, जिसमें निम्नलिखित विवरण शामिल होते हैं:

  • पर्ची संख्या
  • जारी करने और समाप्ति तिथियाँ
  • किसान कोड और गाँव कोड
  • पर्ची का प्रकार और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी।

मौसम अपडेट

गन्ना विभाग मौसम से संबंधित अपडेट साझा करता है, जैसे कि वर्षा की भविष्यवाणी, जिससे किसान तदनुसार गन्ना वितरण की योजना बना सकते हैं।

मिल और सोसायटी की जानकारी

किसानों को समय पर निम्नलिखित के बारे में अपडेट मिल सकते हैं:

  • मिल खुलने और बंद होने की तिथियाँ
  • मिलों में सफाई का कार्यक्रम
  • गन्ना समितियों से अन्य संबंधित विवरण।

सर्वेक्षण और लाभार्थी जानकारी:

किसानों को उनके मोबाइल फोन पर सीधे उनके गन्ना सर्वेक्षण विवरण और अन्य सरकारी योजनाओं के बारे में सूचित किया जाता है।

नई एसएमएस-आधारित प्रणाली के लाभ

  • यह सुनिश्चित करता है कि किसानों को उनके गन्ना वितरण कार्यक्रम के बारे में समय पर सूचना मिले।
  • भौतिक पर्चियों पर निर्भरता कम करता है, रसद संबंधी देरी को कम करता है।
  • किसानों को सरकारी योजनाओं और अन्य प्रासंगिक सूचनाओं से अपडेट रहने में मदद करता है।
  • मिलों को ताजा गन्ना पहुंचाने में सहायता करता है, जिससे किसानों और चीनी मिलों दोनों की दक्षता में सुधार होता है।
  • अधिक अपडेट और विस्तृत जानकारी के लिए, उत्तर प्रदेश गन्ना विभाग की वेबसाइट पर जाएँ या ई-गन्ना ऐप के माध्यम से जुड़े रहें।

निष्कर्ष

अब गन्ना विभाग से किसानों के लिए सूचना पर्ची के खराब होने के पीछे का कारण पता चल गया है। किसानों के बीच भ्रम की स्थिति पैदा करने वाली इस खराबी के लिए [विशिष्ट कारण, जैसे कि खराब हैंडलिंग, पर्यावरणीय कारक या तकनीकी मुद्दे] को जिम्मेदार ठहराया गया। यह खुलासा किसानों की योजना और संचालन के लिए महत्वपूर्ण कृषि सूचनाओं के समय पर और सटीक वितरण को सुनिश्चित करने के लिए बेहतर प्रबंधन और एहतियाती उपायों की आवश्यकता को उजागर करता है।

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